Manoj bajpayee एक बहुत ही अच्छे एक्टर है Manoj bajpayee ने 1994 में ‘द्रोह काल’ से अपनी शुरुआत के बाद एक लंबा सफर तय किया है तीन दशकों के करियर में, एक्टर ने अलग-अलग किरदार निभाए हैं अपनी 100 वीं फिल्म ‘भैया जी’ के साथ, एक्टर ने आईएएनएस के साथ एक इंटरव्यू में एक्टिंग के प्रति अपने पैशन को बनाए रखने के पीछे का सीक्रेट शेयर किया’भैया जी’ में वह देसी एक्शन हीरो की भूमिका में नजर आ रहे हैं|इसी बीच ही उन्हें राजनीति में शामिल होने के ऑफर भी मिल रहे हैं।
क्या Manoj Bajpayee पहले इस फिल्म का हिस्सा नहीं बनने वाले थे ?
Manoj Bajpayee ने कहा की यह कहानी तो मेरे पास काफी पहले से थी। फिल्म सिर्फ एक बंदा काफी है की शूटिंग के समय निर्देशक अपूर्व सिंह कार्की ने कहानी सुनी और कहा कि यह फिल्म मुझे बनानी है। मुझे लगा था कि वो इस फिल्म को किसी दूसरे स्टार के साथ बनाएंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि मुझे इसमें आप चाहिए। उनकी जिद के कारण मैं इस फिल्म से जुड़ा। मुझे ये भी पता था
कि अगर मैं इसे निर्देशक के दृष्टिकोण और उनकी पसंद की कास्ट को लेकर मार्केट में जाऊंगा, तो कोई इस फिल्म में पैसा नहीं लगाएगा। फिर मैंने और मेरी पत्नी ने बात की कि इसे हम स्वयं ही प्रोड्यूस करेंगे। उसके बाद इस फिल्म से औसवाल ग्रुप और निर्माता विनोद भानुशाली भी जुड़े।
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Manoj Bajpayee ने बताया ‘भैया जी’ कितने नंबर की फिल्म है
100वीं फिल्म में एक जबरदस्त एक्शन हीरो की भूमिका को निभाने के फैसले के बारे में जब उनसे पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी नहीं गिना कि मैंने कितने प्रोजेक्ट किए हैं|हुआ यूं कि फिल्म के डायरेक्टर अपूर्व सिंह कार्की को इंटरनेट से पता चला कि ‘भैया जी’ मेरी 100वीं फिल्म होगी जिसके बाद एक्टर फिल्म के को-प्रोड्यूसर बने|
Manoj Bajpayee राजनीति में उतरने का कोई इरादा नहीं
वहीं भविष्य में राजनीति में उतरने के सवाल पर उन्होंने साफ कहा कि उनका राजनीति में उतरने का कोई इरादा नहीं है। साथ ही साथ राजनीतिक सवालों के मुद्दे को फिल्म अभिनेता मनोज बाजपेई टालते हुए नजर आए । वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नोएडा में फिल्म सिटी बनाए जाने की घोषणा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस फिल्म सिटी के जरिए उत्तर प्रदेश के उभरते हुए कलाकारों को इससे भरपूर लाभ मिलेगा।
वही नेपोटिज्म के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में मेहनत करने वालों को कामयाबी मिलती है लेकिन जो लोग फिल्मी परिवार से नहीं आते हैं उन्हें ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है लेकिन मेहनत करने पर कामयाबी जरूर मिलती है। फिल्मी फैमिली के बैकग्राउंड वाले स्टार किड्स वही सफल हो पाते हैं जिनमें प्रतिभा होती है। बॉलीवुड में बाहर से आने वालों के लिए भी चीज आसान करनी होगी।
कैसे मिली Manoj Bajpayee को कामयाबी
वहीं उन्होंने बॉलीवुड में अपने संघर्ष के दिनों के बारे में कहा कि जिस तरह बीसीसीआई ने क्रिकेट प्रतिभाओं को बड़े शहरों से बाहर तलाशा तो महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना जैसे चेहरे भारतीय क्रिकेट टीम को मिले और उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उसी तरह बॉलीवुड में भी बाहर से आने वालों को भी ऊंचाइयां और कामयाबी मिली और इसी के चलते उन्हें भी कामयाबी मिली और इसकी मिसाल वो खुद हैं।
उन्हें आज 30 साल फ़िल्म इंडस्ट्री में हो गए है और भैया जी उनकी 100वीं फ़िल्म होगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता था कि वो 10 फ़िल्म भी कर पाएंगे लेकिन मेहनत और लगन के ज़रिए उन्हें कामयाबी मिली|
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