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एक मामूली कंडेक्टर से बने थे Sunil dutt हीरो, फिर एक फैसले ने बना दिया दिवालिया आखिर क्या था वो फैसला

1950 और 1960 के दशक में सुनील दत्त Sunil dutt बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए थे। लोग उनकी फिल्में देखना खूब पसंद करते थे। हर फिल्म में वो अपनी संजीदा एक्टिंग से एक बोल्ड मैसेज देते थे। उन्होंने ‘मदर इंडिया’, ‘साधना’, ‘इंसान जाग उठा’, ‘सुजाता’, ‘मुझे जीने दो’, ‘पड़ोसन’ जैसी कई हिट फिल्में दीं। हर फिल्म में उनका अलग अंदाज, अवतार और तेवर देखने को मिलते थे।

वो एक्टिंग के साथ-साथ राजनीति में भी सफल रहे। यही वजह है कि उनकी राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी प्रिया दत्त आगे बढ़ा रही हैं। Sunil को फिल्म यादो के लिए 1964 में हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और 1966 में फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। आज उनकी 95वीं जयंती के मौके पर आपको उनके उन उतार-चढ़ावों के बारे में पता चलेगा जिनके बारे में शायद ही आपको पता हो। आइये जानते है वो उतार चढ़ाव क्या थे|

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कैसा था Sunil Dutt का बचपन

Sunil Dutt का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। खुर्द झेलम में जन्मे सुनील दत्त जब पांच साल के थे तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। लखनऊ से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की थी। कम ही लोगों को पता होगा Sunil का असली नाम बलराज दत्त था, लेकिन फिल्मों में आने से पहले उन्होंने अपना नाम बदल कर Sunil Dutt रख लिया था। 

कहा से किया था डेब्यू फिल्म

Sunil Dutt ने बॉलीवुड में अपना डेब्यू फिल्म ‘रेलवे स्टेशन’ से किया था। इस फिल्म के बाद उन्होंने कई और फिल्मों में काम किया, लेकिन बतौर हीरो उन्हें नाम और शोहरत उन्हें फिल्म ‘मदर इन्डिया’ से मिली थी। Sunil के बारे में एक बात मशहूर है कि वे अपनी फिल्मों में डाकू का किरदार निभाते थे। सूत्रों की मानें तो Sunil बीस फिल्मों में डाकू बने थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वे डाकू बनकर दर्शकों के दिलों को लूट ले जाते थे। 

Sunil Dutt के परिवार में कौन कौन है

Sunil के पिता का नाम दीवान रघुनाथ दत्त है। जब भारत का बंटवारा हुआ था, तब याकूब नाम के दोस्त ने एक्टर की भारत आने में मदद की थी। उस वक्त Sunil Dutt के पिता की उम्र महज 18 साल थी। अभिनेता जब पांच साल के थे, तभी उनके पिता रघुनाथ दत्त की मौत हो गई थी। वह मां कुलवंत देवी के साथ वहीं पाकिस्तान के गांव में रहते थे।sunil dutt की शादी नरगिस के साथ 11 मार्च 1958 को हुई थी। ‘मदर इंडिया’ के बाद ही इन्होंने ब्याह रचाया था लेकिन गुपचुप तरीके से। लेकिन बाद में एक ग्रैंड रिसेप्शन दे दिया था।

किस फैसले ने बदली Sunil Dutt जिदंगी

सुनील दत्त ने अपने एक्टिंग करियर में करीब 50 फिल्मों में काम किया। एक्टिंग करियर में सफल होने के बाद उन्होंने फिल्म निर्माण में भी हाथ आजमाया, लेकिन उन्हें ये काम पसंद नहीं आया। इस काम की वजह से उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई। दरअसल Sunil Dutt फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ का निर्माण कर रहे थे और इसमें मुख्य अभिनेता भी थे। फिल्म का निर्देशन सुखदेव कर रहे थे, लेकिन सुनील दत्त को सुखदेव का निर्देशन कुछ खास पसंद नहीं आया। इसके बाद उन्होंने खुद ही फिल्म का निर्देशन करने का फैसला किया। सुखदेव के निर्देशन में फिल्म की शूटिंग काफी हद तक पूरी हो गई थी, लेकिन ने इसे नए सिरे से शूट करने का फैसला किया। इस फिल्म के लिए उन्होंने काफी बड़ा कर्ज भी लिया था।

sunil dutt को लगा किस चीज का झटका

एक तरफ Sunil Dutt कर्जे में डूबे हुए थे, वहीं दूसरी तरफ फिल्म फ्लॉप हो गई। ऐसे में उन्हें बड़ा झटका लगा। फिल्म के फ्लॉप होते ही लोग उनसे अपने पैसे वापस मांगने लगे। इस बारे में बात करते हुए सुनील दत्त ने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था, ‘मैं उस समय दिवालिया हो चुका था। मुझे अपनी कारें बेचनी पड़ीं और मैंने बस से सफर करना शुरू कर दिया। मैंने एक कार सिर्फ अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए रखी थी। यहां तक ​​कि मेरा घर भी गिरवी रख दिया गया था।’ काफी मेहनत के बाद Sunil इस मुश्किल वक्त से बाहर निकले और उनकी आर्थिक स्थिति फिर से सुधार गई। इस वक्त उन्हें अपनी पत्नी नरगिस और बच्चों का साथ मिला।

कैसे हुई Sunil Dutt की DATH

Sunil Dutt की मौत 25 मई 2005 को हार्ट अटैक आने के कारण हुई थी। वह बेटे के जेल जाने और पत्नी की मौत के कारण टूट गए थे।

priyanshi choubey
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Hi Priyanshi Here! Living A Life Through Cinema & Sharing The Journey With You..!
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